पेय जल योजना हुयी विफल - चुल्हाड मे पानी के लिये हाहाकार
सिहोरा:- तहसील के ग्राम चुल्हाड मे पेयजल योजना के लिये एक कोटी का निधि उपलब्ध कराने के बावजूद भी चुल्हाड पूरी तरह प्यासा का प्यासा ही रह गया है. पीने के पानी की समस्या का हल निकाल ने के लिये ग्राम चुल्हाड मे पेयजल योजना
उपलब्थ करायी जाने के बाद भी पेयजल आपूर्ति विभाग की ओर से टालमटोल की जाने की चिल्हाट चुल्हाडवाशी कर रहे है.
भरे गर्मी के मौसम में
राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल
योजना के तहत नल
पेयजल आपूर्ति योजना मंजूर की गयी है.
इस योजना का
काम नांदेड के कंत्राटदार द्वारा पूर्ण किया गया.
पाइपलाइनों के विस्तारीकरण के लिये नयी निविदा नहीं निकालने की वजह से चुल्हाडवाशी
घुट भर पानी के लिये तरसते दिखायी दे रहे हैं. योजना पूर्ण करने के लिये ग्रामपंचायत पदाधिकारी बेमुदत
उपोषण पर बैठने की सूचना मिली है.
आठ हजार जनसंख्या के इस
चुल्हाड गाव मे हमेशा गर्मी के मौसम मे ये समस्या नागरिकों के सामने खड़ी रहती हैं.
2019-20 इस वर्ष मे नल योजना के लिये 1 कोटी 8 लाख
34 हजार 822 रुपये का निधी
मंजूर किया गया है. इस योजना का कंत्राट नांदेड के कन्स्ट्रक्शन
कंपनी को दिया गया है. लेकिन योजना के चार साल बाद भी चुल्हाड के एक भी घर में पानी नही पहुचा है.
कंत्राटदार द्वारा योजना में आने वाला काम अधूरा छोड़ दिया है. जिसमें मुख्य काम है पाइप लाइन का. गाव में लगबग
10 किमी तक के नागरिकों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
इस योजना की पाइपलाइन के अधूरे काम होने के कारण चुल्हाड मे इस गर्मी के मौसम में नागरिकों को इस जीवनोपयोगि अमृत के लिये नागरिक त्रस्त हैं.
पाइपलाइन की
निविदा निकालने की जिम्मेदारी जिल्हा परिषद के जल आपूर्ति विभाग की है. इस गर्मी के मौसम के पहले पाइनलाइन के सभी काम होने की अपेक्षायें थी किंतु आज तक काम की पूर्ति नहीं होने के कारन ये समस्या बड़ा रूप ले रही है.
गाव मे पीने के पानी की समस्या होने के बावजूद भी जल आपूर्ति विभाग नींद में क्यो?? ये प्रश्न लोगों को सताने लगा है.
पाइपलाइनों के विस्तारीकरण के काम की ओर संबंधित विभाग अनदेखी करने के कारण
समस्त ग्रामवासियों के साथ सरपंचा सौ. ठाकरे ने बेमुदत उपोषण करने की जानकारी दी है.
संपादक चंद्रशेखर भोयर
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