राजस्व विभाग ने गुम किये कागजात

 



सजा भुगत रहे 14 आदिवासी परिवार


सिहोरा:-  प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी 26 नवंबर को जिलेभर संविधान दिवस मनाया गया,

लेकिन इस दिन प्रशासन द्वारा जिले के आदिवासी बंधुओं को न्याय देने के बजाय उनके मूलभूत अधिकार से वॉँचित रखने

का आरोप लगाते हुए क्षेत्र के आदिवासियों ने शनिवार को वन विभाग द्वारा की गई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का विरोध

किया है.  आरोप लगाया है कि राजस्व विभाग ने उनके कागजात गुम किए है, जिसकी सजा वे भुगत रहें है.  प्राप्त जानकारी के अनुसार सिहोरा तहसील के

ग्राम गोंडीटोला के 14 अदिवासी बंधु शनिवार, 26 नव्ंवर को दोपहर 1 बजे के दौरान अतिक्रमण की जगह पर खेती

कार्य करने पहंचे थे, लेकिन वन विभाग के कर्मचारियों ने उन्हें वहां जाने से रोका पी तथा उन्हें अतिक्रमण हटाने के लिए कहा   

गया.  इसे वन विभाग की इस कारवाही को लेकर स्थानीय आदिवासियों में भारी

रोष व्याप्त है.  जानकारी के अनुसार ग्राम गोंडीटोला के 14 अदिवासी बंधु यह पिछले 30-4o वर्षों से वन विभाग की

जगह पर आदिवा्सी वनहक पारंपरिक कानून अंतर्गत अतिक्रमण कर धान व

अन्य फसलों का उत्पादन लेकर अपना जीवनयापन कर रहे हैं.  गांव के पूर्वजों ने  यहां अतिक्रमण किया था, उनमें से कोई

जीवित नहीं हैं.  लेकिन उनके वारिस अतिक्रमण जगह पर खेती कर रहे हैं. इनमें गांव के गोवर्धन चंडीपुसाम, अमृत सुरपाम, आनंद सुरपाम, राकेश चिचामे,

जयकिशोर चंडीपुसम, सुरपाम, भागवत सुरपाम, कंचना सयाम,

प्रेमलाल सलामे, काशीराम मरकाम, गाकुंदा मलघाम, सुरेद्र परतेती, जालिंद् चुत्रीलाल

परतेती, कुशन कोकुडे इन आदिवासियों का समावेश है.





 संपादक चंद्रशेखर भोयर



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